चेकआउट पृष्ठ पर स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा मार्कअप का उपयोग भारत में

चेकआउट पृष्ठ पर स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा मार्कअप का उपयोग भारत में

विषय सूची

1. चेकआउट पृष्ठ के लिए स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा मार्कअप का परिचय

भारतीय ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर चेकआउट पृष्ठ सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है, जहाँ ग्राहक अपने ऑर्डर को अंतिम रूप देते हैं। इस अनुभव को बेहतर बनाने और सर्च इंजनों में वेबसाइट की उपस्थिति बढ़ाने के लिए स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा मार्कअप का उपयोग आवश्यक हो गया है। ये तकनीकें वेबसाइट के कंटेंट को एक विशेष फॉर्मेट में व्यवस्थित करती हैं, जिससे गूगल जैसे सर्च इंजन आसानी से जानकारी समझ सकते हैं और उसे यूज़र्स को बेहतर ढंग से प्रस्तुत कर सकते हैं।

भारतीय ई-कॉमर्स साइट्स पर स्ट्रक्चर्ड डेटा क्या है?

स्ट्रक्चर्ड डेटा एक प्रकार की कोडिंग होती है (जैसे JSON-LD, Microdata), जिसे आपकी वेबसाइट के HTML में जोड़ा जाता है। यह प्रोडक्ट की डिटेल्स, कीमत, उपलब्धता, रिव्यू आदि को सर्च इंजन के लिए स्पष्ट रूप से परिभाषित करता है। भारत में फ्लिपकार्ट, अमेज़न इंडिया, मिंत्रा जैसी बड़ी कंपनियाँ स्ट्रक्चर्ड डेटा का व्यापक इस्तेमाल करती हैं ताकि उनके प्रोडक्ट्स सर्च रिजल्ट्स में आकर्षक दिखें और क्लिक-थ्रू-रेट बढ़े।

स्कीमा मार्कअप क्यों जरूरी है?

स्कीमा मार्कअप एक ओपन स्टैंडर्ड लैंग्वेज है, जो सर्च इंजन को बताता है कि कोई जानकारी किस बारे में है। भारतीय ऑनलाइन शॉपिंग कल्चर में जहां ग्राहक तेजी से निर्णय लेते हैं, वहां स्कीमा मार्कअप प्रोडक्ट्स और ऑफर्स को हाईलाइट करने में मदद करता है। इससे न सिर्फ ट्रैफिक बढ़ता है बल्कि ट्रस्ट भी बनता है क्योंकि यूज़र सीधे सर्च रिजल्ट्स में रेटिंग्स, कीमत या उपलब्धता देख सकते हैं।

भारतीय ई-कॉमर्स साइट्स पर इस्तेमाल होने वाले मुख्य स्कीमा टाइप्स

स्कीमा टाइप प्रयोग भारत में महत्व
Product प्रोडक्ट डिटेल्स दिखाना (नाम, कीमत, ब्रांड) ग्राहकों को सही जानकारी तुरंत देना
Offer डिस्काउंट या ऑफर की जानकारी जोड़ना सेल/फेस्टिव सीजन में प्रमोशन आसान बनाना
AggregateRating यूज़र रेटिंग व औसत स्कोर दिखाना विश्वास और खरीदारी का भरोसा बढ़ाना
BreadCrumbList नेविगेशन आसान बनाना भारतीय यूज़र्स के लिए वेबसाइट पर सफर आसान करना
FAQPage प्रमुख सवाल-जवाब दिखाना ग्राहकों की शंकाओं का समाधान जल्दी करना
भारत के लिए लोकलाइजेशन का महत्व

भारतीय बाजार विविध भाषाओं और सांस्कृतिक प्राथमिकताओं वाला है। इसलिए जब आप स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा लागू करें तो स्थानीय भाषाओं (जैसे हिंदी, तमिल) और त्योहारों (जैसे दिवाली सेल) के अनुसार कंटेंट को कस्टमाइज़ करें। यह न केवल SEO के लिए अच्छा है बल्कि यूज़र्स के लिए भी ज्यादा रिलेटेबल बनाता है। उदाहरण: दिवाली डिस्काउंट ऑफर का स्पेशल स्कीमा मार्कअप लगाएं ताकि वह गूगल में अलग से हाइलाइट हो सके।

2. भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अनुकूलित स्कीमा टाइप्स

भारत में चेकआउट पृष्ठ के लिए उपयुक्त स्कीमा एलिमेंट्स

भारतीय ऑनलाइन शॉपिंग मार्केट में, ग्राहक अक्सर उन वेबसाइट्स को पसंद करते हैं जो उनकी स्थानीय जरूरतों और पसंद के अनुसार बनी होती हैं। जब बात चेकआउट पृष्ठ की आती है, तो Structured Data और Schema Markup का सही चयन बहुत जरूरी हो जाता है। इससे न सिर्फ सर्च इंजन को पेज की जानकारी बेहतर तरीके से मिलती है, बल्कि ग्राहकों को भी एक भरोसेमंद अनुभव मिलता है। नीचे दी गई तालिका में भारत में लोकप्रिय भुगतान विकल्पों, शिपिंग व प्रमोशन के लिए उपयुक्त स्कीमा एलिमेंट्स दिखाए गए हैं:

फीचर स्कीमा टाइप इम्प्लीमेंटेशन टिप्स
लोकप्रिय भुगतान विकल्प (जैसे UPI, Paytm, PhonePe) PaymentMethod पेमेंट ऑप्शन के रूप में इन लोकल मेथड्स को acceptedPaymentMethod प्रॉपर्टी में जोड़ें
शिपिंग डिटेल्स (Free Delivery, Express Delivery आदि) OfferShippingDetails विभिन्न शिपिंग ऑप्शन्स और उनके चार्जेस व अनुमानित डिलीवरी टाइम को स्पष्ट करें
स्थानीय प्रमोशन्स व कूपन Promotion, Coupon कस्टमर्स के लिए चल रही ऑफर्स या डिस्काउंट कूपन को हाईलाइट करें
GST बिलिंग और टैक्स डिटेल्स Invoice, TaxChargeSpecification GST नंबर, टैक्स ब्रेकअप जैसी जानकारी दिखाने के लिए उपयोग करें
Cash On Delivery ऑप्शन PaymentMethod Cash या COD को acceptedPaymentMethod में जोड़ें ताकि यह स्पष्ट रूप से दिखे

भारतीय यूज़र्स की प्राथमिकताओं के अनुसार स्कीमा कस्टमाइजेशन कैसे करें?

  • भाषा: स्कीमा में "inLanguage": "hi-IN", "inLanguage": "en-IN" जैसे एट्रिब्यूट शामिल करके हिंदी व इंग्लिश दोनों को सपोर्ट करें।
  • लोकल फेस्टिव ऑफर: दिवाली, होली या ईद जैसे त्योहारों पर चलने वाले ऑफर्स को PromotionEvent स्कीमा से टैग करें।
  • ग्राहक सहायता: ContactPoint, FAQPage स्कीमा से सपोर्ट नंबर/FAQs दिखाएं।
  • लोकेशन बेस्ड सर्विस: Place, PostalAddress, GeoCoordinates से पिनकोड/एरिया-बेस्ड सर्विसेज़ हाइलाइट करें।

चेकआउट पृष्ठ पर स्ट्रक्चर्ड डेटा लागू करने के फायदे:

  • SERP Rich Results: गूगल जैसे सर्च इंजनों में पेमेंट/शिपिंग/प्रमोशन डिटेल्स सीधे रिजल्ट्स में नजर आएंगे।
  • User Trust बढ़ेगा: ग्राहक देख सकते हैं कि उनके पसंदीदा लोकल पेमेंट एवं शिपिंग विकल्प उपलब्ध हैं।
  • Bounce Rate घटेगी: साफ-साफ प्रमोशन व सुविधा की जानकारी मिलने से लोग जल्दी चेकआउट करेंगे।
  • CRO Optimisation: Conversion Rate बेहतर होगा क्योंकि प्रक्रिया आसान और भरोसेमंद लगेगी।
संक्षेप में: भारतीय ई-कॉमर्स वेबसाइट्स के चेकआउट पेज पर लोकलाइज़्ड स्कीमा का उपयोग आपके बिजनेस ग्रोथ और यूज़र एक्सपीरियंस दोनों के लिए जरूरी है। ऊपर बताए गए स्कीमा एलिमेंट्स को अपने प्लेटफॉर्म पर सही तरीके से लागू करके आप भारत के डिजिटल मार्केट में तेजी से आगे बढ़ सकते हैं।

SEO और गूगल सर्च रिज़ल्ट्स में स्कीमा का प्रभाव

3. SEO और गूगल सर्च रिज़ल्ट्स में स्कीमा का प्रभाव

भारत के ई-कॉमर्स स्टोर्स के लिए चेकआउट पृष्ठ पर स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा मार्कअप का उपयोग करना बहुत फायदेमंद हो सकता है। इससे न सिर्फ वेबसाइट की खोज इंजन में रैंकिंग बेहतर होती है, बल्कि गूगल सर्च रिज़ल्ट्स में भी अधिक आकर्षक स्निपेट्स दिखाए जा सकते हैं, जो भारतीय यूज़र्स को आसानी से समझ में आते हैं।

कैसे स्ट्रक्चर्ड डेटा भारत के ऑनलाइन स्टोर्स को SEO में मदद करता है?

भारतीय ग्राहक आमतौर पर प्रोडक्ट खरीदने से पहले गूगल पर उसकी जानकारी खोजते हैं। अगर आपका चेकआउट पेज स्कीमा मार्कअप के साथ बना है, तो गूगल आपके पेज की डिटेल्स जैसे प्राइस, डिलीवरी टाइम, ऑफर या पेमेंट मेथड्स सीधे सर्च रिज़ल्ट्स में दिखा सकता है। इससे आपके स्टोर की क्लिक-थ्रू रेट (CTR) बढ़ती है और ट्रैफिक भी ज्यादा आता है।

भारत में लोकप्रिय स्कीमा टाइप्स

स्कीमा टाइप उपयोग भारतीय संदर्भ
Product प्रोडक्ट की डिटेल्स, प्राइस, एवलेबिलिटी ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स जैसे Flipkart, Amazon India
Offer डिस्काउंट और ऑफर की जानकारी त्योहारों जैसे दिवाली सेल, Republic Day ऑफर
Breadcrumb नेविगेशन आसान बनाना यूज़र को सही पेज तक पहुँचने में सुविधा देना
AggregateRating यूज़र रेटिंग और रिव्यू दिखाना भारतीय उपभोक्ता अक्सर रिव्यू पढ़कर निर्णय लेते हैं
PaymentMethod पेमेंट ऑप्शन की जानकारी देना UPI, Paytm, Netbanking जैसी लोकल पेमेंट सर्विसेस को हाईलाइट करना

गूगल सर्च में कैसे दिखता है स्ट्रक्चर्ड डेटा?

अगर आप अपने चेकआउट पेज पर सही स्कीमा लागू करते हैं, तो गूगल आपके प्रोडक्ट का प्राइस, डिलीवरी ऑप्शन, ऑफर और पेमेंट मेथड्स एक समरी के रूप में सर्च रिज़ल्ट्स में दिखाता है। इससे भारतीय ग्राहकों को तुरंत जरूरी जानकारी मिल जाती है। उदाहरण के लिए:

सामान्य सर्च रिज़ल्ट स्कीमा इम्प्लीमेंटेड रिज़ल्ट
सिर्फ लिंक और डिस्क्रिप्शन दिखाई देती है प्राइस, डिलीवरी डेट, रेटिंग्स, ऑफर और पेमेंट मेथड्स भी साथ में दिखते हैं

भारत के लिए SEO रणनीति में स्कीमा क्यों जरूरी है?

  • स्थानीय फेस्टिव सीजन के दौरान डिस्काउंट या ऑफर हाईलाइट करने के लिए
  • लोकल पेमेंट ऑप्शंस (जैसे UPI, Paytm) प्रमोट करने के लिए
  • तेजी से बढ़ते मोबाइल यूज़र्स को बेहतर एक्सपीरियंस देने के लिए
  • अधिकतर भारतीय ग्राहकों के लिए भरोसा बढ़ाने हेतु रेटिंग व रिव्यू दिखाने के लिए
संक्षेप में:

अगर आप भारत में ऑनलाइन स्टोर चला रहे हैं तो अपने चेकआउट पृष्ठ पर स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा मार्कअप ज़रूर लगाएँ। इससे आपकी वेबसाइट गूगल सर्च रिज़ल्ट्स में बेहतर दिखाई देगी और भारतीय ग्राहक तेज़ी से खरीदारी करेंगे।

4. डेटा प्राइवेसी और कानूनी पक्ष

भारतीय कानूनों के तहत डेटा प्राइवेसी का महत्व

भारत में ऑनलाइन चेकआउट पृष्ठ पर स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा मार्कअप का उपयोग करते समय डेटा प्राइवेसी एक मुख्य चिंता है। भारतीय उपभोक्ताओं की व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर या पेमेंट डिटेल्स को संभालना बहुत जिम्मेदारी की बात है। 2019 में भारत सरकार ने पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल पेश किया था, जो यूजर्स के अधिकारों की सुरक्षा के लिए बनाया गया है। यह नियम यह सुनिश्चित करता है कि किसी भी वेबसाइट या ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म को उपभोक्ताओं की सहमति के बिना उनकी निजी जानकारी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

स्कीमा मार्कअप और व्यक्तिगत जानकारी: ध्यान देने वाली बातें

स्कीमा मार्कअप से सर्च इंजन को आपकी वेबसाइट के कंटेंट को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलती है, लेकिन इसमें कभी भी संवेदनशील या निजी जानकारी को संरचित डेटा में उजागर नहीं करना चाहिए। उदाहरण के लिए:

क्या करें क्या न करें
प्रोडक्ट, मूल्य, उपलब्धता जैसी सार्वजनिक जानकारी को स्कीमा में शामिल करें ग्राहक का नाम, फोन नंबर, पता या पेमेंट डिटेल्स स्कीमा में शामिल न करें
सिर्फ आवश्यक डेटा ही साझा करें ओवरशेयरिंग या अनावश्यक डेटा एंट्री से बचें

यूजर की सहमति और ट्रांसपेरेंसी

भारतीय कानूनों के अनुसार, किसी भी व्यक्तिगत जानकारी का उपयोग करने से पहले ग्राहक की स्पष्ट सहमति लेना अनिवार्य है। वेबसाइट्स को अपनी प्राइवेसी पॉलिसी साफ-साफ दिखानी चाहिए ताकि यूजर जान सके कि उनका डेटा कैसे इस्तेमाल होगा। यदि आप structured data tools जैसे JSON-LD या Microdata का उपयोग कर रहे हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि केवल वही जानकारी ऐड हो जिसे सार्वजनिक करना सुरक्षित है।

डेटा सिक्योरिटी बेस्ट प्रैक्टिसेज़
  • SSL सर्टिफिकेट का उपयोग करें ताकि चेकआउट पृष्ठ सुरक्षित रहे।
  • सभी निजी डेटा को encrypt करके स्टोर करें।
  • डाटा एक्सेस को सीमित रखें और नियमित रूप से ऑडिट करें।
  • ग्राहकों को उनके डेटा हटाने या बदलने का विकल्प दें।

इन सभी पहलुओं का ध्यान रखकर आप भारतीय उपभोक्ताओं का विश्वास जीत सकते हैं और अपनी वेबसाइट पर structured data व schema markup को सुरक्षित और कानूनी रूप से लागू कर सकते हैं।

5. क्रियान्वयन चरण और तकनीकी चुनौतियाँ

भारतीय डेवलपर्स के लिए स्ट्रक्चर्ड डेटा लागू करने के व्यावहारिक कदम

भारत में चेकआउट पृष्ठ पर स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा मार्कअप को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें:

स्टेप 1: उपयुक्त स्कीमा टाइप चुनना

  • Product: उत्पाद से संबंधित डिटेल्स दिखाने के लिए
  • Offer: छूट या स्पेशल ऑफर की जानकारी देने के लिए
  • Order: ऑर्डर कन्फर्मेशन एवं पेमेंट डिटेल्स के लिए
  • BreadcrumbList: यूज़र को नेविगेशन में मदद करने के लिए

स्टेप 2: JSON-LD या Microdata इम्प्लीमेंटेशन

  • JSON-LD: गूगल द्वारा प्रिफर्ड, सिम्पल और SEO फ्रेंडली है। कोड को <script type=”application/ld+json”> टैग में जोड़ें।
  • Microdata: HTML टैग्स के अंदर attributes जोड़ना होता है, थोड़ा समय लग सकता है।

स्टेप 3: डेटाबेस से डायनामिक डेटा निकालना

  • सुनिश्चित करें कि प्रोडक्ट, प्राइस और ऑफर की जानकारी हमेशा अपडेट रहे।
  • इंडियन मार्केट में अक्सर कीमतें और ऑफर्स बदलते रहते हैं, इसीलिए ऑटोमेटेड अपडेटिंग सिस्टम रखें।

स्टेप 4: स्कीमा मार्कअप टेस्टिंग टूल का उपयोग करना

  • Google Rich Results Test या Schema Markup Validator से कोड की जांच करें। इससे इंडियन वेबसाइट्स की गलतियों को तुरंत पकड़ा जा सकता है।
  • अगर एरर आए तो जल्द सुधारें क्योंकि गलत स्कीमा से SEO पर बुरा असर पड़ सकता है।

संभावित तकनीकी समस्याएँ और समाधान (Challenges & Solutions)

समस्या (Challenge) कारण (Reason) समाधान (Solution)
डेटा सिंक्रोनाइजेशन इश्यूज बार-बार बदलती प्राइसिंग और ऑफर्स ऑटोमेटेड डेटाबेस अपडेटिंग सिस्टम इम्प्लीमेंट करें
स्कीमा एरर या वार्निंग्स गलत या मिसिंग फील्ड्स, इंडियन लोकल टर्म्स की अनदेखी Google Rich Results Test से रेगुलर वेरिफिकेशन करें, भारतीय सन्दर्भ में शब्दों का ध्यान रखें (जैसे GST, MRP, आदि)
L10n (लोकलाइजेशन) प्रॉब्लम्स हिंदी, तमिल, तेलुगु जैसी भाषाओं में सही डिस्प्ले न होना स्कीमा में UTF-8 एनकोडिंग इस्तेमाल करें; मल्टी-लैंग्वेज सपोर्ट दें
E-Commerce प्लेटफॉर्म लिमिटेशन्स Certain CMS जैसे WooCommerce/Shopify में लिमिटेड स्कीमा ऑप्शन्स Add-on Plugins या Custom Scripts का उपयोग करें
SEO Impact कम होना इंप्लीमेंटेशन के बाद भी सही इंडेक्सिंग न होना Sitemap सबमिट करें, Google Search Console में मॉनिटरिंग करें
भारतीय संदर्भ में विशेष सुझाव:
  • GST नंबर, MRP (Maximum Retail Price), Paytm/UPI जैसे पॉपुलर इंडियन पेमेंट मेथड्स का जिक्र स्कीमा में करें ताकि लोकल यूज़र्स ज्यादा कन्वर्ट हों।
  • लोकल फेस्टिवल सेल (Diwali Sale, Holi Offer) जैसी प्रमोशनल इवेंट्स को भी स्कीमा में दर्शाएं। इससे गूगल स्पेशल रिच रिजल्ट दिखा सकता है।
  • प्राइवेसी पॉलिसी और रीफंड पॉलिसी जैसी जानकारी FAQPage स्कीमा से ऐड करें ताकि यूज़र ट्रस्ट बढ़े।

इन आसान स्टेप्स और सुझावों से भारतीय डेवलपर्स अपने ई-कॉमर्स चेकआउट पेज पर स्ट्रक्चर्ड डेटा आसानी से लागू कर सकते हैं और तकनीकी चुनौतियों का समाधान पा सकते हैं।

6. विशिष्ट भारतीय उदाहरण और केस स्टडीज़

लोकप्रिय भारतीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर स्कीमा उपयोग के सफल उदाहरण

भारत में ई-कॉमर्स का तेजी से विकास हो रहा है और कई नामचीन प्लेटफॉर्म्स ने अपने चेकआउट पृष्ठों पर स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा मार्कअप को लागू किया है। इससे न केवल यूजर एक्सपीरियंस बेहतर हुआ है, बल्कि सर्च इंजन में उनकी विजिबिलिटी भी बढ़ी है। नीचे दिए गए टेबल में कुछ लोकप्रिय भारतीय ई-कॉमर्स साइट्स और उनके द्वारा अपनाए गए स्कीमा टाइप्स का उल्लेख किया गया है:

ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्कीमा टाइप प्रमुख लाभ
Flipkart Product, Offer, Breadcrumb सर्च रिजल्ट्स में समृद्ध स्निपेट्स, तेज़ नेविगेशन
Amazon India Product, Review, AggregateRating ग्राहकों को रिव्यू और रेटिंग्स की स्पष्ट जानकारी मिलती है
Myntra Product, OfferCatalog डिस्काउंट ऑफर तुरंत सर्च में दिखते हैं
Tata CLiQ Product, LocalBusiness स्थानीय डिलीवरी विकल्प सर्च में हाईलाइट होते हैं
Nykaa Product, FAQPage, Review प्रोडक्ट से जुड़े सवाल-जवाब और रिव्यू सीधे सर्च में दिखते हैं

भारतीय ग्राहकों के लिए स्कीमा मार्कअप कैसे मददगार साबित हुआ?

  • तेजी से लोड होने वाले चेकआउट पेज: स्ट्रक्चर्ड डेटा के कारण सर्च इंजनों को जरूरी जानकारी जल्दी मिलती है, जिससे यूजर्स तक सही प्रोडक्ट जल्द पहुंचता है।
  • लोकल भाषाओं का सपोर्ट: कई भारतीय प्लेटफॉर्म हिंदी या अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी स्कीमा मार्कअप का उपयोग करते हैं ताकि सभी ग्राहक आसानी से जानकारी पा सकें।
  • विश्वसनीयता में इज़ाफा: जब ग्राहक सर्च रिजल्ट्स में अधिक डिटेल्ड इनफार्मेशन देखते हैं तो ट्रस्ट बिल्ड होता है।
  • फेस्टिव सीजन ऑफर हाईलाइट: दिवाली या होली जैसे त्योहारों पर दिए जा रहे ऑफर्स स्कीमा के जरिए सीधे गूगल सर्च में दिख जाते हैं।

भारतीय संदर्भ में खास बातें:

  1. कैश ऑन डिलीवरी (COD): भारत में COD सबसे पसंदीदा भुगतान विकल्प है। स्कीमा मार्कअप के जरिए COD अवेलेबिलिटी की जानकारी भी प्रदर्शित की जा सकती है।
  2. प्रादेशिक प्रमोशन: लोकल फेस्टिव सेल्स या छूट को मार्कअप के जरिए हाईलाइट कर सकते हैं।
  3. KYC प्रॉसेस: कुछ उत्पादों के लिए KYC जरूरी होता है; इसका भी स्ट्रक्चर्ड डेटा के माध्यम से उल्लेख किया जा सकता है।
निष्कर्ष नहीं — केवल प्रैक्टिकल उपयोगिता!

इन विशिष्ट उदाहरणों से यह स्पष्ट होता है कि भारत के ई-कॉमर्स व्यवसायों ने स्ट्रक्चर्ड डेटा और स्कीमा मार्कअप का भरपूर लाभ उठाया है। इससे न केवल ग्राहकों का अनुभव बेहतर हुआ है, बल्कि व्यापारियों की ऑनलाइन उपस्थिति भी मजबूत हुई है। यदि आप भी अपना ऑनलाइन स्टोर भारत में चला रहे हैं, तो इन केस स्टडीज़ को देखकर अपने checkout पृष्ठ पर स्कीमा इम्प्लीमेंट करने की प्रेरणा ले सकते हैं।