1. भारतीय प्रमुख भाषाओं की पहचान और उनके डिजिटल उपयोग
भारत एक बहुभाषी देश है, जहाँ सैकड़ों भाषाएं बोली जाती हैं। लेकिन जब हम डिजिटल मार्केटिंग और लोकल कीवर्ड रिसर्च की बात करते हैं, तो कुछ भाषाएं बाकी से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो जाती हैं। खासकर हिंदी, तमिल और तेलुगु जैसी भारतीय भाषाएं इंटरनेट पर सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती हैं। इन भाषाओं में सही कीवर्ड्स का चयन आपके बिज़नेस या वेबसाइट की डिजिटल सफलता के लिए बहुत जरूरी है।
भारत में प्रचलित प्रमुख भाषाएं और उनकी डिजिटल उपस्थिति
नीचे दिए गए टेबल में आप देख सकते हैं कि हिंदी, तमिल, तेलुगु जैसी प्रमुख भारतीय भाषाओं का डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कितना प्रभाव है:
भाषा | बोलने वालों की संख्या (लगभग) | डिजिटल यूज़र्स (% अनुमानित) | प्रमुख राज्य/क्षेत्र |
---|---|---|---|
हिंदी | ~52 करोड़ | 55% | उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, दिल्ली |
तमिल | ~7.5 करोड़ | 12% | तमिलनाडु, पुदुचेरी, श्रीलंका (कुछ हिस्से) |
तेलुगु | ~8 करोड़ | 13% | आंध्र प्रदेश, तेलंगाना |
डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर भाषा का ट्रेंड क्यों महत्वपूर्ण है?
जैसे-जैसे भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़ रही है, वैसे-वैसे लोग अपनी मातृभाषा में ही जानकारी सर्च करना पसंद कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, बहुत से लोग “मोबाइल फोन बेस्ट प्राइस” की जगह “सर्वश्रेष्ठ मोबाइल फोन कीमत हिंदी में” या “சிறந்த மொபைல் விலை தமிழில்” जैसे कीवर्ड्स सर्च करते हैं। इसी तरह तेलुगु यूज़र्स भी अपने क्षेत्रीय शब्दों को प्राथमिकता देते हैं। इसलिए आपको यह जानना जरूरी है कि आपके टारगेट ऑडियंस कौन सी भाषा बोलते हैं और वे कौन से शब्द या वाक्यांश ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
क्या आपको सिर्फ हिंदी पर फोकस करना चाहिए?
अगर आपकी वेबसाइट या बिज़नेस पूरे भारत को टारगेट करता है तो सिर्फ हिंदी तक सीमित रहना सही नहीं होगा। दक्षिण भारत में तमिल और तेलुगु दोनों ही उतनी ही महत्वपूर्ण हैं जितनी उत्तर भारत में हिंदी। हर भाषा के अपने अलग ट्रेंड्स, लोकल स्लैंग और उपयुक्त कीवर्ड्स होते हैं जिन्हें समझना जरूरी है। इससे आपको अपने प्रोडक्ट्स या सर्विसेज को सही लोगों तक पहुँचाने में मदद मिलेगी।
2. उपयोगकर्ता व्यवहार और सांस्कृतिक विशिष्टताएँ
जब हम हिंदी, तमिल, तेलुगु जैसी भारतीय भाषाओं में लोकल कीवर्ड रिसर्च करते हैं, तो यह जरूरी है कि हम यूज़र्स के ऑनलाइन व्यवहार, उनकी खोज की प्राथमिकताएँ और स्थानीय संस्कृति को समझें। अलग-अलग क्षेत्र के लोग इंटरनेट पर अलग ढंग से सर्च करते हैं। उनकी भाषा, त्योहार, रीति-रिवाज और स्थानीय बोलियों का असर उनके सर्च शब्दों पर भी पड़ता है।
लोकल यूज़र्स का ऑनलाइन व्यवहार
भारत में विभिन्न भाषाओं के यूज़र्स मोबाइल डिवाइस पर ज़्यादा एक्टिव रहते हैं और वॉइस सर्च का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में लोग छोटे-छोटे शब्दों या सवालों के रूप में सर्च करते हैं, जबकि शहरी इलाकों के लोग अधिक स्पेसिफिक कीवर्ड चुनते हैं।
भाषा | लोकप्रिय सर्च प्लेटफॉर्म | आम तौर पर इस्तेमाल होने वाले कीवर्ड टाइप |
---|---|---|
हिंदी | Google, YouTube | साधारण वाक्य (जैसे “नजदीकी अस्पताल”) |
तमिल | Google, Facebook | स्थानीय बोलियाँ/पता-पूछने वाले सवाल (जैसे “சிறந்த உணவகம்” – best restaurant) |
तेलुगु | YouTube, Google | प्रश्नात्मक (जैसे “ఎలా చేయాలి?” – कैसे करें?) |
खोज प्राथमिकताएँ: यूज़र क्या पसंद करते हैं?
हिंदी, तमिल या तेलुगु भाषी यूज़र्स अक्सर अपने रोजमर्रा की ज़रूरतें पूरी करने के लिए लोकल बिजनेस, हेल्थ टिप्स, एजुकेशन और एंटरटेनमेंट से जुड़े कीवर्ड ज्यादा सर्च करते हैं। त्योहारों या सीजन के हिसाब से भी कीवर्ड बदल जाते हैं। जैसे दिवाली के समय “दिवाली ऑफर”, पोंगल के वक्त “பொங்கல் ரெசிபி” (Pongal recipe) सर्च किए जाते हैं।
प्रमुख खोज श्रेणियाँ:
- स्थानीय सेवाएँ (Local Services)
- खाना-पीना और रेसिपीज़ (Food & Recipes)
- स्वास्थ्य सुझाव (Health Tips)
- शॉपिंग ऑफर्स (Shopping Offers)
- शिक्षा संबंधित जानकारी (Education Info)
- मनोरंजन (Entertainment)
सांस्कृतिक नजरिया: भाषा और स्थानीयता का महत्व
हर राज्य और भाषा की अपनी संस्कृति होती है जो लोगों के सोचने और सर्च करने के तरीके को प्रभावित करती है। उदाहरण के लिए, तमिल यूज़र्स पारंपरिक त्योहारों या रीति-रिवाजों से जुड़े कंटेंट को अधिक पसंद करते हैं, जबकि तेलुगु यूज़र्स फिल्मों और शिक्षा से जुड़ी जानकारी ज्यादा खोजते हैं। हिंदी भाषी क्षेत्रों में लोग रोजमर्रा की समस्याओं का हल ढूंढने के लिए सर्च इंजन का उपयोग करते हैं।
सांस्कृतिक अंतर और प्रभाव:
भाषा/क्षेत्र | महत्वपूर्ण त्योहार/इवेंट्स | सामान्य रुचियां |
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हिंदी बेल्ट (उत्तर भारत) | दिवाली, होली, छठ पूजा | घरेलू उपाय, सरकारी योजनाएं, त्योहार ऑफर |
तमिलनाडु (तमिल) | पोंगल, दीपावली | पारंपरिक व्यंजन, लोकल न्यूज, धार्मिक इवेंट्स |
आंध्र प्रदेश/तेलंगाना (तेलुगु) | संक्रांति, उगादी | फिल्म न्यूज, एजुकेशन अपडेट्स, फेस्टिव सेल्स |
इस तरह अगर आप लोकल भाषाओं में सही कीवर्ड रिसर्च करना चाहते हैं तो आपको वहां के यूज़र्स के डिजिटल व्यवहार और सांस्कृतिक विविधताओं को समझना बहुत जरूरी है। इससे आपकी वेबसाइट या बिजनेस को ज्यादा ट्रैफिक मिल सकता है और आप सही ऑडियंस तक पहुँच सकते हैं।
3. स्थानीय कीवर्ड खोज के टूल्स और टेक्निक्स
हिंदी, तमिल, तेलुगु भाषाओं में उपयुक्त कीवर्ड रिसर्च टूल्स
भारत में अलग-अलग भाषाओं में लोकल कीवर्ड रिसर्च करना जरूरी है क्योंकि हर भाषा और क्षेत्र के उपयोगकर्ताओं के सर्च करने के तरीके अलग होते हैं। नीचे दिए गए टूल्स खासतौर पर हिंदी, तमिल, और तेलुगु जैसी भाषाओं के लिए बहुत उपयोगी हैं:
टूल का नाम | मुख्य विशेषताएँ | भाषा सपोर्ट | उपयोगिता |
---|---|---|---|
Google Keyword Planner | कीवर्ड वॉल्यूम, ट्रेंड्स, लोकेशन बेस्ड सर्च | हिंदी, तमिल, तेलुगु सहित कई भारतीय भाषाएं | लोकल बिजनेस या वेबसाइट के लिए उपयुक्त कीवर्ड ढूंढना |
Google Trends | रीजनल ट्रेंड्स, तुलना, समयानुसार डाटा | अधिकांश भारतीय भाषाएं | किसी भी समय पर कौन सा कीवर्ड पॉपुलर है जानना |
Ubersuggest | कीवर्ड सुझाव, SEO difficulty, कंटेंट आइडिया | हिंदी, तमिल (कुछ सपोर्ट), तेलुगु (सीमित सपोर्ट) | नए कंटेंट और ब्लॉग पोस्ट के लिए आइडियाज ढूंढना |
SEMrush / Ahrefs (Paid) | गहराई से एनालिसिस, प्रतियोगी रिसर्च | आंशिक सपोर्ट (Unicode कीवर्ड डालें) | बड़ी वेबसाइटों या एजेंसीज के लिए बेहतर विकल्प |
YouTube Keyword Tool | वीडियो कंटेंट के लिए कीवर्ड सुझाव | भारतीय भाषाएं (ट्रांसलिटरेशन सपोर्ट) | YouTube या वीडियो मार्केटिंग के लिए काम आता है |
Answer The Public | User queries visualization, प्रश्न आधारित सुझाव | हिंदी सपोर्ट बढ़ रहा है, अन्य भाषाओं में सीमित सपोर्ट | User intent समझने में मदद करता है |
Bing Webmaster Tools | Bing search डेटा, कीवर्ड suggestions | कुछ भारतीय भाषाएं (मुख्य रूप से हिंदी) | Bing users को टार्गेट करने के लिए उपयोगी |
Local Forums & Social Media Trends (Quora India, Facebook Groups) | User generated content से insights लेना | स्थानिक भाषा में discussion एवं सवाल-जवाब मिलते हैं | User language preference और trending topics समझने में सहायक |
गूगल ट्रेंड्स का इस्तेमाल कैसे करें?
Google Trends एक फ्री टूल है जिससे आप यह देख सकते हैं कि किस क्षेत्र में कौन सा कीवर्ड सबसे ज्यादा सर्च किया जा रहा है। इसके लिए बस आपको अपनी भाषा चुननी है और कीवर्ड डालना है। उदाहरण के लिए अगर आप “फिल्म समाचार” या “சினிமா செய்திகள்” या “సినిమా వార్తలు” जैसे शब्द डालते हैं तो आपको अलग-अलग राज्यों में इन शब्दों का ट्रेंड दिख जाएगा। इससे आप अपने टार्गेट ऑडियंस को बेहतर समझ सकते हैं।
Google Trends इस्तेमाल करने के स्टेप्स:
- trends.google.com पर जाएं।
- भाषा सेटिंग्स बदलें और अपना राज्य/शहर चुनें।
- कीवर्ड डालें – उदाहरण: “रेसिपी”, “நூடுல்ஸ்”, “వంటల秘诀”.
- ग्राफ और तुलना देखें – इससे पता चलेगा कि कौन सा शब्द कहां ज्यादा पॉपुलर है।
अन्य लोकल सोर्सेज और टिप्स:
- YouTube autocomplete: अपनी भाषा में वीडियो टाइटल या डिस्क्रिप्शन लिखकर देखें कौन-कौन से सुझाव आते हैं।
- Facebook & Instagram hashtags: स्थानीय भाषा में लोकप्रिय hashtags देखें और नोट करें।
- E-commerce sites (Amazon/Flipkart): प्रोडक्ट सर्च बार में स्थानीय भाषा में प्रोडक्ट नाम टाइप करें और auto-suggestions नोट करें।
ध्यान दें:
हमेशा अपने लोकल यूजर के बोलचाल वाले शब्दों का ही इस्तेमाल करें क्योंकि वही सबसे ज्यादा सर्च होते हैं। हिंदी, तमिल या तेलुगु जैसी भारतीय भाषाओं में लोगों की बोलचाल की शैली को समझकर कीवर्ड रिसर्च करने से आपकी वेबसाइट या बिजनेस को बेहतरीन रिजल्ट मिलेंगे।
4. भारतीय भाषाओं में long-tail और conversational कीवर्ड्स का महत्व
अगर आप हिंदी, तमिल, तेलुगु जैसी भारतीय भाषाओं में लोकल कीवर्ड रिसर्च कर रहे हैं, तो आपको long-tail और conversational कीवर्ड्स की अहमियत जरूर समझनी चाहिए। भारत जैसे विशाल और विविधता वाले देश में एक ही भाषा के कई local रूप (उपभाषाएं) और बोलियां होती हैं। अलग-अलग राज्यों, शहरों, या गाँवों के लोग एक ही चीज़ को अलग-अलग नाम से पुकार सकते हैं। यही वजह है कि long-tail और region-specific keywords आपके SEO strategy के लिए बहुत काम के होते हैं।
स्थानीय उपभाषा और बोली का प्रभाव
मान लीजिए आप street food पर वेबसाइट बना रहे हैं। उत्तर प्रदेश में लोग इसे चाट कहते हैं, वहीं महाराष्ट्र में वड़ा पाव या दक्षिण भारत में इडली-डोसा ज्यादा प्रचलित है। इसी तरह तमिलनाडु में इडली को இட்லி (Idli), तेलंगाना में डोसा को దోసా (Dosa) कहा जाता है। अगर आप केवल generic कीवर्ड्स यूज़ करेंगे तो आपकी वेबसाइट region-specific audience तक नहीं पहुँचेगी।
Long-tail और Conversational Keywords क्या होते हैं?
Long-tail keywords वो होते हैं जो तीन या उससे ज्यादा शब्दों से बनते हैं और users के सवाल-जैसे लगते हैं। जैसे:
- हिंदी: “दिल्ली में सबसे अच्छा छोले भटूरे कहाँ मिलते हैं?”
- तमिल: “சென்னை அருகில் சிறந்த இட்லி கடை எது?”
- तेलुगु: “హైదరాబాద్లో ఉత్తమ మిర్చి బజ్జి ఎక్కడ దొరుకుతుంది?”
Conversational keywords वे हैं जिन्हें लोग बोलचाल की भाषा में लिखते या सर्च करते हैं। ये keywords Google voice search या mobile users के लिए काफी relevant होते हैं।
Different Regions, Different Keywords
भाषा/क्षेत्र | Generic Keyword | Local Long-tail Keyword |
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हिंदी/उत्तर भारत | सड़क खाना | दिल्ली में सबसे अच्छा गोलगप्पा कहाँ मिलता है? |
तमिल/चेन्नई | இட்லி கடை (Idli Shop) | சென்னையில் சுவையான இட்லி கடை யார்? |
तेलुगु/हैदराबाद | బిర్యానీ (Biryani) | హైదరాబాద్లో బెస్ట్ బిర్యానీ రెస్టారెంట్ ఏది? |
Region-specific फ्रेज का SEO पर असर
जब आप local बोली या उपभाषा के keywords इस्तेमाल करते हैं, तो आपकी वेबसाइट local audience के साथ तुरंत connect करती है। इससे न सिर्फ ट्रैफिक बढ़ता है बल्कि conversion rate भी improve होता है क्योंकि user को वही भाषा और वही style मिलता है जिसे वह रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल करता है। इसके अलावा, competition भी कम होता है जिससे आपकी website जल्दी rank कर सकती है।
Long-tail Keywords खोजने के आसान तरीके:
- Google Autocomplete: स्थानीय भाषा में सर्च करें और देखें क्या suggestions आ रहे हैं।
- YouTube Suggestions: अपने niche से जुड़े विडियो ढूंढें और उनके टाइटल्स व description पढ़ें।
- Social Media Groups: Facebook, WhatsApp या Telegram groups पर लोगों की बातचीत observe करें।
- Local Forums & Q&A Sites: Quora India, Reddit India आदि प्लेटफॉर्म्स पर questions देखिए।
इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आपकी वेबसाइट हिंदी, तमिल, तेलुगु जैसी भारतीय भाषाओं में top पर rank करे, तो स्थानीय उपभाषा, बोली और region-specific long-tail keywords का इस्तेमाल जरूर करें। ये आपके कंटेंट को आम लोगों तक पहुँचाने का सबसे असरदार तरीका है।
5. कीवर्ड अंतर की बारीकियाँ और localization की चुनौतियाँ
एक ही अर्थ वाले अलग-अलग शब्द: भारतीय भाषाओं में विविधता
भारत में हिंदी, तमिल और तेलुगु जैसी भाषाओं के लिए लोकल कीवर्ड रिसर्च करते समय यह समझना जरूरी है कि एक ही चीज़ के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में अलग शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। उदाहरण के लिए, “car” को हिंदी में “कार”, तमिल में “கார் (kaar)” और तेलुगु में “కారు (kaaru)” कहा जाता है। लेकिन कई बार एक ही भाषा में भी एक शब्द के कई विकल्प हो सकते हैं, जैसे हिंदी में “गाड़ी”, “मोटर” या “वाहन”।
अंग्रेज़ी कीवर्ड | हिंदी | तमिल | तेलुगु |
---|---|---|---|
Car | कार, गाड़ी, वाहन | கார், வாகனம் | కారు, వాహనం |
Shoes | जूते, चप्पल | சில்ப்ஸ், ஜூஸ் | షూస్, చెప్పులు |
Mobile Phone | मोबाइल, फ़ोन, स्मार्टफोन | மொபைல், கைபேசி | మొబైల్ ఫోన్, సెల్ ఫోన్ |
Region-specific idioms और phrases की पहचान कैसे करें?
हर राज्य या शहर की अपनी बोली और कहावतें होती हैं। जैसे उत्तर भारत में लोग ‘सस्ते दाम’ बोलते हैं वहीं दक्षिण भारत में तमिल यूज़र्स ‘குறைந்த விலை’ (कम कीमत) लिखते हैं। इसी तरह तेलुगु यूज़र्स ‘తక్కువ ధర’ (कम दाम) सर्च कर सकते हैं। इसलिए हमेशा लोकल भाषा और स्थानीय मुहावरों को ध्यान रखें। इसके लिए लोकल सोशल मीडिया ग्रुप्स, फोरम्स और Google Trends का उपयोग करें। नीचे कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
Region/Language | Local Phrase/Idiom (कीवर्ड) | English Meaning |
---|---|---|
हिंदी (North India) | सस्ते दाम के मोबाइल | Cheap mobile phones |
तमिल (Tamil Nadu) | குறைந்த விலை மொபைல் (kuraintha vilai mobile) | Low price mobile phones |
तेलुगु (Andhra/Telangana) | తక్కువ ధర మొబైల్ (takkuva dhara mobile) | Cheap price mobile phone |
हिंदी (UP/Bihar) | सस्ता स्मार्टफोन ऑफर | Cheap smartphone offer |
तमिल (Chennai slang) | ஆஃபர் ஃபோன் (offer phone) | Offer phone / Discounted phone |
Localization की मुख्य चुनौतियाँ क्या हैं?
- Synonyms की भरमार: हर भाषा में एक ही चीज़ के लिए कई शब्द होते हैं। सही टार्गेट शब्द पहचानना मुश्किल हो सकता है।
- Cultural Context: कुछ शब्द किसी क्षेत्र विशेष में आम हैं लेकिन दूसरे जगह पर नहीं चलते।
- User Intent: लोकल यूज़र किस तरह से सवाल पूछते हैं या सर्च करते हैं, उसे समझना जरूरी है।
- Linguistic Variations: एक ही राज्य के भीतर भी बोलियों के कारण शब्द बदल जाते हैं।
Keyword चयन के लिए आसान टिप्स:
- User reviews और comments पढ़ें – वहां अक्सर लोकल शब्द मिलेंगे।
- YouTube या Facebook regional groups पर ट्रेंडिंग topics खोजें।
- SERP analysis करें और देखिए कौनसे keywords ज्यादा बार आते हैं।
निष्कर्ष: सही लोकल कीवर्ड रिसर्च से ही आपकी वेबसाइट भारतीय यूज़र्स तक पहुंच सकती है! हर region और language को ध्यान से स्टडी करें और local context को priority दें।
6. भारतीय सांस्कृतिक दृष्टिकोण से कंटेंट अनुकूलन
भारतीय भाषाओं में कीवर्ड्स को स्थानीय संदर्भ में समझना
जब आप हिंदी, तमिल, या तेलुगु जैसी भारतीय भाषाओं के लिए लोकल कीवर्ड रिसर्च करते हैं, तो यह जरूरी है कि आप उन शब्दों और वाक्यों को समझें जो उस क्षेत्र के लोगों द्वारा रोजमर्रा में इस्तेमाल किए जाते हैं। उदाहरण के तौर पर, एक ही चीज़ के लिए अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग शब्द हो सकते हैं। जैसे:
भाषा | लोकल कीवर्ड | अर्थ/उपयोग |
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हिंदी | चाय की दुकान | टी स्टॉल (उत्तर भारत में आम) |
तमिल | கடலை மிட்டாய் கடை | पीनट कैंडी शॉप (दक्षिण भारत में लोकप्रिय) |
तेलुगु | పల్లీ పళ్ళెట్టు దుకాణం | ग्रामीण किराना स्टोर (आंध्र प्रदेश/तेलंगाना में प्रचलित) |
लोकल ट्रेंड्स और सांस्कृतिक प्रसंग का महत्व
हर राज्य और भाषा के अपने त्यौहार, खास मौके और रीति-रिवाज होते हैं। इन सबका आपके कंटेंट पर सीधा असर पड़ता है। उदाहरण के लिए:
- हिंदी क्षेत्र: दिवाली, होली जैसे त्योहारों से जुड़े सर्च बढ़ जाते हैं।
- तमिल क्षेत्र: पोंगल, दीपावली पर खास ऑफर्स या रेसिपी ट्रेंड करती हैं।
- तेलुगु क्षेत्र: संक्रांति या उगादी के समय पारंपरिक व्यंजन या कपड़ों से जुड़े कीवर्ड्स अधिक सर्च होते हैं।
कंटेंट को सांस्कृतिक रूप से कैसे अनुकूलित करें?
- स्थानीय कहावतों और कहानियों का प्रयोग करें: जैसे हिंदी में ‘अतिथि देवो भवः’ या तमिल में ‘விருந்தோம்பல்’ (अतिथि सत्कार)। इससे यूज़र्स को अपनापन महसूस होता है।
- लोकल त्योहारों और कार्यक्रमों का जिक्र करें: अपने कंटेंट कैलेंडर में हर राज्य के प्रमुख त्योहार शामिल करें और उनसे जुड़े उत्पाद या सेवाओं पर फोकस करें।
- स्थानीय बोलियों और उच्चारण का ध्यान रखें: एक ही शब्द की स्पेलिंग या उच्चारण अलग-अलग क्षेत्रों में भिन्न हो सकती है, इसे रिसर्च करके सही रूप से इस्तेमाल करें।
- इमेज और वीडियो भी लोकल बनाएं: अगर संभव हो तो स्थानीय पहनावे, भोजन या लैंडमार्क्स की तस्वीरें या वीडियो जोड़ें।
उदाहरण: एक ही विषय के लिए विभिन्न भाषाओं में कंटेंट अनुकूलन
भाषा | कीवर्ड्स का उपयोग |
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हिंदी | “होली रंग खरीदें”, “दिल्ली चाट रेसिपी” |
तमिल | “பொங்கல் பரிசுகள்”, “சென்னை ஃபில்டர் காபி” |
तेलुगु | “సంక్రాంతి పండగ గిఫ్ట్స్”, “హైదరాబాద్ బిర్యానీ” |
इस तरह जब आप अपने कंटेंट को स्थानीय ट्रेंड्स और सांस्कृतिक प्रसंग अनुसार ढालते हैं, तो वह न केवल ज्यादा लोगों तक पहुंचता है बल्कि उनकी पसंद-नापसंद से भी जुड़ जाता है। हमेशा ध्यान रखें कि आपकी भाषा सरल और स्थानीय संदर्भ के अनुसार होनी चाहिए ताकि यूज़र आपके कंटेंट से बेहतर कनेक्ट कर सकें।